PM Vishwakarma Yojana : देश मे बेरोजगार और गरीबों की संख्या वैश्विक मूलांक से अधिक है इसी को ध्यान में रखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब वर्ग को सशक्त बनाने के लिए कई तरह महत्वपूर्ण योजनाओं का शुरुआत की है। केंद्र स्तर पर चल रहे सरकारी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भी हैं,
हाइलाइट्स
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की सुरुआत 17 सितंबर 2023 को की गई थी। खासकर यह योजना विशेष रूप से वैसे कारीगरों और शिल्पकारों के लिए हैं जो अपने कार्य में अपने हाथों का या फिर औजारों का प्रयोग करते हैं। सितंबर 2024 में एक साल पूरे करने जा रही इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को कई लाभ और सुविधाएं दी जा रही हैं। तो आइए जानते हैं इस योजना के प्रमुख लाभ और कैसे यह योजना कारीगरों के जीवन में सुधार ला रहा हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना के प्रमुख लाभ और सुविधाएं
- पीएम विश्वकर्मा योजना पहचान पत्र : इस योजना के लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा योजना प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा, ताकि लाभार्थी की पहचान और मान्यता सुनिश्चित हो सकें।
- स्किल अपग्रेडेशन : सिलेक्ट होने वाले सभी लाभार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये प्रति दिन के हिसाब से मिलेगा, बुनियादी प्रशिक्षण (5-7 दिन) और बेहतरीन प्रशिक्षण (15 दिन या उससे अधिक) का अवसर मिलेंगे। यह प्रशिक्षण कारीगर के कौशल को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
- टूलकिट प्रोत्साहन : बुनियादी कौशल प्रशिक्षण के समय ही ई-वाउचर के तौर पर 15,000 रुपये तक की टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान की जाएगी, जिससे की उपयुक्त कारीगर अपने लिए आवश्यक उपकरण प्राप्त कर सकेंगे।
- कर्ज सहायता : पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत, कारीगरों को ‘उद्यम विकास ऋण’ के तौर पर तीन लाख रुपये तक का कर्ज बिना किसी गिरवी के दिया जाएगा।
आपके जानकारी के लिए बताते चले कि यह कर्ज दो किश्तों में प्रदान की जाएगी – पहली किश्त करीब एक लाख रुपये की होगी और वहीं दूसरी किश्त दो लाख रुपये तक दिया जाएगा। पीएम विश्वकर्मा योजना ऋण की अवधि 18 महीने और 30 महीने तक की होगी, और इसे 5% रियायती ब्याज दरों पर उपलब्ध करवाई जाएगी।
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किसे मिलेगा पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कर्ज
जिन लाभार्थियों ने अपनी बुनियादी प्रशिक्षण पूरा कर लेंगे, वैसे लाभार्थी पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत मिलने वाली पहली किश्त का लाभ उठा सकते हैं। वहीं बताते चले आई दूसरी किश्त उन लाभार्थियों को दी जाएगी जिन्होंने पहली किश्त प्राप्त कर रखी हो, अपना एक मानक ऋण खाता बनाए रखें है, और अपने व्यापार में डिजिटल लेनदेन की गतिविधियों को अपनाया है या फिर अपग्रेडेड ट्रेनिंग प्राप्त किया हो।
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प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में 18 व्यवसायों को किया गया शामिल
जानकारी के लिए बताते चले कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य उन सभी कारीगरों और शिल्पकारों की मदद करना है जो अपने पारंपरिक कला और कौशल के माध्यम से पैसा कमाने का कार्य करते हैं। इस योजना के अंतर्गत कुल 18 विभिन्न तरह के बिजनेस को शामिल की गई है, जिनके अंतर्गत : सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, बढ़ई, नाव निर्माता, हथियार निर्माता, लोहार, ताला बनाने वाले, मोची, राजमिस्त्री सहित अन्य कई पारंपरिक कारीगर शामिल किया गया हैं।