7वां वेतन आयोग: सरकार ने हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी की घोषणा की है। 16 अक्टूबर 2024 को केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में 3% की वृद्धि की है, जिससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स की आय में बड़ा बदलाव आएगा। इस फैसले से सरकारी कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और उन्हें महंगाई के दबाव से राहत मिलेगी।
7th Pay Commission का महंगाई भत्ता (DA) क्या होता है?
महंगाई भत्ता (DA) एक ऐसा अतिरिक्त भुगतान है जो सरकार अपने कर्मचारियों को मुद्रास्फीति से निपटने के लिए देती है। यह भुगतान सरकार द्वारा तय किया जाता है और महंगाई के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के उद्देश्य से किया जाता है। जब मुद्रास्फीति की दरें बढ़ती हैं, तो सरकार इस भत्ते की दरों को बढ़ाकर कर्मचारियों को राहत देने का काम करती है। महंगाई भत्ते का सीधा असर कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर पड़ता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति स्थिर रहती है।
7th Pay Commission की जुलाई से प्रभावी होगी नई दर
हालांकि महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी की घोषणा अक्टूबर 2024 में हुई है, लेकिन यह वृद्धि 1 जुलाई 2024 से प्रभावी मानी जाएगी। इसका मतलब यह है कि सरकारी कर्मचारियों को जुलाई, अगस्त और सितंबर का एरियर भी मिलेगा। कर्मचारियों को यह एरियर अक्टूबर 2024 की सैलरी के साथ दिया जाएगा, जिससे उनकी कुल आय में एक अच्छा इजाफा होगा। पेंशनर्स को भी इस अवधि का महंगाई राहत एरियर प्रदान किया जाएगा, जिससे उनकी पेंशन राशि बढ़ जाएगी।
3% वृद्धि से कितनी बढ़ेगी सैलरी?
महंगाई भत्ते में हुई 3% की वृद्धि का सीधा असर कर्मचारियों की सैलरी पर होगा। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 46,200 रुपये है, तो पहले उसे 50% की दर से 23,100 रुपये महंगाई भत्ता मिलता था। अब 53% की नई दर से उसे 24,486 रुपये मिलेगा। इस प्रकार उसकी सैलरी में हर महीने 1,386 रुपये का इजाफा होगा। सालाना आधार पर यह बढ़ोतरी 16,332 रुपये की होगी, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा।
7th Pay Commission में मिलेगा दिवाली बोनस और तीन महीने का एरियर
इस बार सरकारी कर्मचारियों को अक्टूबर 2024 की सैलरी में न केवल तीन महीने का एरियर मिलेगा, बल्कि दिवाली बोनस भी मिलेगा। त्योहारी सीजन में इस बोनस से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी। सरकार के इस कदम से कर्मचारियों को महंगाई के साथ-साथ त्योहारी खर्चों में भी राहत मिलेगी, जिससे वे इस समय को और खुशहाल बना सकेंगे।
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7th Pay Commission से पेंशनर्स को मिलेगी अतिरिक्त राहत
पेंशनर्स के लिए यह वृद्धि भी किसी वरदान से कम नहीं है। 3% की बढ़ोतरी के बाद पेंशनर्स का महंगाई राहत (DR) 50% से बढ़कर 53% हो गया है। इसका मतलब यह है कि पेंशनर्स की मासिक पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए, अगर किसी पेंशनर की बेसिक पेंशन 50,400 रुपये है, तो पहले उसे 25,200 रुपये महंगाई राहत मिलती थी। अब यह राशि बढ़कर 26,712 रुपये हो गई है, जिससे उसकी पेंशन में हर महीने 1,512 रुपये का इजाफा होगा।
महंगाई भत्ते के बेसिक सैलरी में मर्ज होने का सवाल
महंगाई भत्ता 50% की सीमा पार कर चुका है, जिसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि इसे बेसिक सैलरी में मर्ज किया जाएगा या नहीं। 6वें वेतन आयोग के तहत यह नियम था कि जब महंगाई भत्ता 50% से ऊपर पहुंच जाए, तो इसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन यह मुद्दा सरकार के विचाराधीन है और जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जा सकता है।
7th Pay Commission को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया और कर्मचारियों की उम्मीदें
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा कि महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि, फिलहाल इस पर कोई औपचारिक निर्णय नहीं हुआ है। यदि महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाता है, तो इससे न केवल कर्मचारियों की मासिक आय बढ़ेगी बल्कि उनके सेवानिवृत्ति लाभों में भी इजाफा होगा। यह कदम कर्मचारियों के दीर्घकालिक आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया जा सकता है।
सातवां वेतन आयोग में 3% की वृद्धि से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को काफी राहत मिली है। उनके मासिक वेतन और पेंशन में हुई इस बढ़ोतरी से उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, दिवाली बोनस और तीन महीने के एरियर के मिलने से उनके लिए यह त्योहारी सीजन और भी खुशहाल होगा। सरकार की इस पहल से कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई के दबाव से निपटने में मदद मिलेगी, और भविष्य में यदि महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज किया जाता है, तो इससे उनकी दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा में और अधिक मजबूती आएगी।
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