नमो ड्रोन दीदी योजना: भारत सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है जिसका नाम ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में बढ़ावा देना और उन्हें कृषि में उर्वरक और कीटनाशक के छिड़काव के लिए ड्रोन के उपयोग में सक्षम बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योजना की घोषणा 28 नवंबर 2023 को की गई थी, और यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन संचालित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार और आय के नए अवसर मिलेंगे।
Namo Drone Didi Yojana की घोषणा और उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ड्रोन दीदी योजना’ की शुरुआत की, जिसमें आने वाले चार वर्षों में लगभग 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान किया जाएगा। इन ड्रोन का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में उर्वरक और कीटनाशक छिड़काव को आसान और प्रभावी बनाना है। किसानों को यह ड्रोन किराए पर उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उनका कृषि उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यह योजना न केवल महिलाओं को सशक्त करेगी, बल्कि किसानों के लिए भी लाभदायक होगी।
Namo Drone Didi Yojana के तहत सहायता और प्रशिक्षण
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को ड्रोन संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। एक महिला को ‘ड्रोन सखी’ के रूप में चयनित किया जाएगा, और उसे 15 दिनों का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को पंच दिवसीय ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि कार्यों के लिए दस दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, महिला ड्रोन पायलटों को हर महीने 15,000 रुपये का वेतन भी प्रदान किया जाएगा। यह वेतन महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा।
Namo Drone Didi Yojana का लाभ किसानों को कैसे मिलेगा?
ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीक से जोड़ना है। ड्रोन के माध्यम से उर्वरक और कीटनाशक का छिड़काव न केवल तेज़ी से होगा, बल्कि यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक प्रभावी और कम लागत वाला होगा। इससे किसानों को बेहतर उत्पादन के साथ-साथ कृषि लागत में कमी का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, किसान स्वयं सहायता समूहों से ड्रोन किराए पर लेकर अपनी ज़रूरत के अनुसार इनका उपयोग कर सकेंगे। यह कदम किसानों की आय में वृद्धि और उन्हें नवीनतम तकनीक से जोड़ने में सहायक साबित होगा।
महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए आर्थिक सहायता
इस योजना के तहत केंद्र सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन खरीदने के लिए 80 प्रतिशत तक की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह सहायता अधिकतम 8 लाख रुपये तक की होगी, जिससे महिलाएं आसानी से ड्रोन खरीद सकेंगी। इसके अलावा, ड्रोन और सहायक उपकरणों के लिए भी सब्सिडी दी जाएगी, और समूहों को शेष राशि के लिए ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे महिलाओं को तकनीक के क्षेत्र में कदम रखने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
Namo Drone Didi Yojana का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
ड्रोन दीदी योजना का प्रभाव केवल महिलाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका सीधा असर समाज और देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त होने और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा। यह योजना महिलाओं को एक नया पेशा सीखने और उसे आर्थिक रूप से लाभकारी बनाने में मदद करेगी। इसके साथ ही, कृषि क्षेत्र में तकनीकी सुधार से किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी।
सम्बंधित ख़बरें
Namo Drone Didi Yojana के लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ पाने के लिए महिलाएं स्वयं सहायता समूहों का हिस्सा होंगी और उन्हें विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अभी तक आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, लेकिन सरकार जल्द ही इस योजना के लिए आवेदन की जानकारी उपलब्ध कराएगी। महिलाएं इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं और चयनित होने के बाद उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इसके बाद, वे ड्रोन पायलट बनकर हर महीने 15,000 रुपये का वेतन अर्जित कर सकेंगी।
Namo Drone Didi Yojana का आर्थिक दृष्टिकोण
ड्रोन दीदी योजना का मुख्य लक्ष्य महिलाओं और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। इससे महिलाओं को नई तकनीक में विशेषज्ञता हासिल करने का मौका मिलेगा और उन्हें एक स्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह योजना महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित करने में मदद करेगी। इससे महिलाओं को अपने परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने में भी आसानी होगी, और वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगी।
Namo Drone Didi Yojana के भविष्य के संभावनाएं
नमो ड्रोन दीदी योजना को लेकर सरकार ने चार साल का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके तहत 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान किया जाएगा। यह योजना महिलाओं को भविष्य के उन्नत तकनीक के साथ जोड़ने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने में मदद करेगी। यह योजना गांवों में रहने वाली महिलाओं के लिए एक नई दिशा और अवसर प्रदान करेगी।
नमो ड्रोन दीदी योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने और उन्हें नई तकनीक में प्रशिक्षित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस योजना के माध्यम से न केवल महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी, बल्कि किसानों को भी इससे बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा। ड्रोन के उपयोग से कृषि क्षेत्र में सुधार आएगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी। यह योजना देश की अर्थव्यवस्था को भी सकारात्मक दिशा में ले जाएगी, जिससे समाज और देश का समग्र विकास होगा।
यह भी पढ़ें :-