पीएम स्वनिधि योजना: कोरोना महामारी के दौरान, जब देशभर में लॉकडाउन की स्थिति बनी, तब छोटे दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों की आजीविका पर भारी असर पड़ा। ऐसे समय में, उनके लिए एक ठोस आर्थिक मदद की जरूरत थी। इसी आवश्यकता को देखते हुए केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 में ‘पीएम स्वनिधि योजना’ लॉन्च की, जिससे छोटे व्यापारी बिना किसी गारंटी के कम ब्याज पर लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि’ (PM SVANidhi) के नाम से भी जानी जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई यह योजना न सिर्फ एक आर्थिक सहायता है, बल्कि यह छोटे व्यापारियों को महाजनों और सूदखोरों से बचाने का एक महत्वपूर्ण साधन भी है। इसके तहत रेहड़ी-पटरी वालों को बिना किसी गारंटी के 50,000 रुपये तक का लोन मिलता है, जो तीन चरणों में प्रदान किया जाता है।
क्या है PM Swanidhi Yojana?
पीएम स्वनिधि योजना केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य छोटे दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों को बिना किसी गारंटी के आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को कर्ज की सुविधा देना है, जो बैंकिंग प्रणाली से दूर रहते हैं या जिनके पास कोई गारंटी नहीं है। यह योजना खासकर उन छोटे व्यापारियों के लिए फायदेमंद है, जो लॉकडाउन के कारण अपनी आजीविका खो बैठे थे और जिनके पास अपने व्यवसाय को फिर से खड़ा करने के लिए पूंजी की कमी थी।
PM Swanidhi Yojana के लाभार्थी कौन हो सकते हैं?
इस योजना के तहत, वे सभी रेहड़ी-पटरी वाले और छोटे दुकानदार जो शहरी क्षेत्रों में 24 मार्च 2020 से पहले से अपना व्यवसाय कर रहे हैं, इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए लाभार्थी के पास शहरी स्थानीय निकाय से जारी वेंडिंग सर्टिफिकेट होना चाहिए। जो व्यापारी सर्वे में शामिल किए गए हैं, पर जिनके पास सर्टिफिकेट नहीं है, वे भी प्रोविजनल सर्टिफिकेट के आधार पर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा, जिन दुकानदारों के पास वेंडिंग सर्टिफिकेट नहीं है, वे स्थानीय पार्षद से संपर्क करके आवश्यक सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना उन सभी छोटे व्यापारियों के लिए एक अवसर है, जो अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करना चाहते हैं।
PM Swanidhi Yojana के तहत कितना लोन मिलता है?
पीएम स्वनिधि योजना के तहत 50,000 रुपये तक का लोन तीन चरणों में मिलता है। सबसे पहले, 10,000 रुपये का लोन दिया जाता है। जब लाभार्थी यह लोन समय पर चुका देता है, तो उसे 20,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है। इसके बाद, तीसरे चरण में, 50,000 रुपये तक का लोन प्रदान किया जाता है। लोन की यह प्रक्रिया आसान किस्तों में चुकाई जा सकती है और इस पर ब्याज दर भी अपेक्षाकृत कम होती है।
सम्बंधित ख़बरें
यह लोन बैंकों और नॉन-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों द्वारा आरबीआई की गाइडलाइन्स के अनुसार दिया जाता है, जिससे छोटे व्यापारियों को महाजनों और सूदखोरों के जाल से बचने में मदद मिलती है।
PM Swanidhi Yojana के लिए आवेदन कैसे करें ?
PM Swanidhi Yojana के तहत लोन प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी सरकारी बैंक से संपर्क करना होगा। वहां से आपको आवेदन फॉर्म मिलेगा, जिसे आपको सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ भरकर जमा करना होगा। इसके बाद बैंक अधिकारी आपके आवेदन और व्यापार की जानकारी की जांच करेंगे और यदि सबकुछ सही पाया जाता है, तो आपका लोन स्वीकृत हो जाएगा। ध्यान रखें कि समय पर लोन की किश्तें चुकाना जरूरी है, ताकि भविष्य में आपको और भी वित्तीय सहायता प्राप्त करने में कोई दिक्कत न हो।
पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने का अवसर
इस योजना के लाभार्थियों को कभी-कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने का अवसर भी मिलता है। प्रधानमंत्री समय-समय पर इस योजना के लाभार्थियों से सीधे बातचीत करते हैं और उनकी समस्याओं और सफलताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। इसका उद्देश्य न केवल लाभार्थियों का हौसला बढ़ाना है, बल्कि इस योजना की लोकप्रियता को भी बढ़ावा देना है।
निष्कर्ष
पीएम स्वनिधि योजना छोटे दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना उन्हें सूदखोरों और महाजनों के चंगुल से बचाने में मदद करती है और कम ब्याज दर पर बिना गारंटी के लोन की सुविधा देती है। इससे छोटे व्यापारी अपने व्यवसाय को फिर से खड़ा कर सकते हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय दृष्टिकोण का एक सफल उदाहरण है, जो देश के सबसे कमजोर वर्गों तक आर्थिक सशक्तिकरण पहुंचाने का काम कर रही है।
यह भी पढ़ें :-