रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं, रक्षाबंधन की शुरुआत कैसे हुई ?
रक्षाबंधन कई प्रकार की मान्यताएं प्रचलित है कुछ मान्यताओं के अनुसार सबसे पहले द्रौपदी ने कृष्ण को राखी बांधी थी !
मान्यता के अनुसार जब युधिष्ठिर इंद्रप्रस्थ में राजसूय यज्ञ कर रहे थे उस समय सभा में शिशुपाल भी मौजूद था |
शिशुपाल ने भगवान श्री कृष्ण का अपमान किया तो श्री कृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका वध कर दिया लेकिन सुदर्शन चक्र से भगवान की छोटी उंगली थोड़ी कट गई और रक्त बहने लगा
इसे देख द्रौपदी आगे आए और उन्होंने अपनी साड़ी का पल्लू पढ़कर कृष्ण की उंगली पर लपेट दिया तब श्री कृष्ण ने द्रौपदी को वचन दिया कि वह एक एक धागे का ऋण चुकाएंगे
जब कौरवों ने द्रौपदी का चीर हरण करने का प्रयास किया तो श्रीकृष्ण ने चीर बढ़कर द्रोपदी के क्या की लाज रखी
कहते हैं कि जिस दिन द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की कलाई में साड़ी का पल्लू बांधा था वह श्रावण पूर्णिमा का दिन था और यहीं से बहन द्वारा भाई को रक्षा सूत्र बांधने की परंपरा शुरू हो गई